भार प्रशिक्षण (WEIGHT TRAINING)
भार प्रशिक्षण के अंतर्गत कंटालिया मांसपेशियों के आकार आकृतियों परिवर्तन कर हम शक्ति क्षमता को बढ़ा सकते हैं
PRINCIPLE OF WEIGHT TRAINING
- PRINCIPLE OF SPECIFICITY
- PRINCIPLE OF OVERLOAD
- PRINCIPLE OF REVERSIBILITY
PRINCIPLE OF SPECIFICITY
सभी खिलाड़ी की क्षमता व योग्यता के आधार पर ही होने पर प्रशिक्षण के व्यायाम का अभ्यास कराया जाता है क्योंकि सभी खिलाड़ियों की क्षमता व योग्यता अलग-अलग होती है उनकी क्षमता को ज्ञात करके उनके क्षमता को ज्ञान प्राप्त करके ही उनको बाहर प्रशिक्षण कराया जाना चाहिए
PRINCIPLE OF OVERLOAD
सभी खिलाड़ी में एथलीट की क्षमता में उपयुक्त सुधार लाने के लिए अभ्यास के भार को एक निश्चित व नियम में समय के पश्चात धीरे-धीरे बढ़ाना चाहिए क्षमता में उपयुक्त विकास लाने के लिए उसकी क्षमता को सुधारने के लिए अभ्यास भार को बढ़ाना आवश्यक होता है
व्यायामओ के भार को बढ़ाकर
व्यायाम ओके समय को बढ़ाकर
व्यायाम के मध्य विश्राम समय अवधि को घटाकर
अभ्यास अवधि को बढ़ाकर
अभ्यास को अधिक जटिल बना कर
PRINCIPLE OF REVERSIBILITY
इसके अंतर्गत अगर हम प्रतिदिन के अपने अभ्यास के मध्य कुछ दिनों का अंतराल लाते हैं या कुछ दिनों का गैप ले लेते हैं तो उस समय अवधि के दौरान हमारे शारीरिक क्षमता या प्रदर्शन पर उसका प्रभाव पड़ता है यह हमारी अभ्यास प्रक्रिया से प्राप्त होने वाली क्षमता पर दुष्प्रभाव डालता है
इसलिए हमें हमारी प्रतिदिन होने वाली अभ्यास प्रक्रिया को लगाता चलाए रखना चाहिए के बीच कुछ समय का अंतराल उस पर गहरा प्रभाव डाल सकता है हमें अपने खेल अभ्यास प्रक्रिया को कंटिन्यू रखना चाहिए
भार प्रशिक्षण के लाभ
- मांसपेशी शक्ति का विकास
- हड्डियों के शक्ति में विकास
- शारीरिक वर्जन में नियंत्रण
- खेल प्रदर्शन में सुधार
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